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मेरी बेटी राशि

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"***,,,,,@मेरी बेटी राशि"#,,,,,,,* मेरी बेटी अब बड़ी हो गई कल तक जो चलती थी मेरी उँगली पकड़कर लड़खड़ा कर गिरने से बचने के लिए आज वो चलती मुझे थामकर लड़खड़ा कर गिरने से बचाने के लिए,,,, मैं सोचती हूँ क्या सच में मेरी बेटी  बड़ी हो गई???????🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 कल तक जो हर वक्त मेरे पल्लू को पकड़े  पूरे घर में  घूमती माँ आज कुछ अच्छा बनाओ की रट लगाती,, आज खुद को संभालती हुई किचन में  कुछ अच्छा बनाकर आवाजें लगाती माँ देखो न कैसा बना है का उत्तर माँगती,,, मेरी बेटी बड़ी हो गई 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 जब उसकी प्रेम पगी झिड़की "क्या माँ ,कब तक काम करोगी,,,? अपना ध्यान भी रखा करो,, बंद करो !ये सब मैं  कल कर दूंगी  चलो अब थोड़ा आराम करो,,अभी थक जाओगी तो बीमार पड़ जाओगी कि चिंता  दिखाती हई,,, लगता है बेटी बड़ी हो गई 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 आज तेरे पापा अभी तक नहीं आए?की मेरी चिंता पर अरे,आ जाँएगे,,वो भी तो सारा दिन बोर होते है कभी कभी उन्हें भी अपने दोस्तों के साथ समय बिताने दो,,और हाँ माँ, ,तुम पापा को ज्यादा से ज्यादा समय दिया करो,उनकी भी बातें सुना करो की हिदायत देती हुई,,लगता है बेटी बड़ी हो गई,,🌺🌺🌺

बारिश की उम्र

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*कल मैंने पूछा बारिश से क्या अपनी उम्र बताओगी* *या फिर  यूँ ही घुमड़,, बरस के वापस मुड़ जाओगी*  🎊🎊🎊🎊🎊🎊🎊🎊  *बोली वर्षा तुम जैसे चाहो मैं वैसी बन जाती हूँ* *देखो यदि मेरी आँखों से तो अपनी उम्र बताती हूँ* 🎊🎊🎊🎊🎊🎊🎊🎊  *नन्ही बच्ची,बच्चे, बालक ठुमक खुशी से गोलाई में  करते नाच* *जानो मेरी उमर हुई है अभी केवल दस से पाँच* 🌧️🌧️🌧️🌧️🌧️🌧️🌧️🌧️ *अगर देख काली घटा घुमड़ते ,मन कवि सा हो जाता* *साल सोलहवॉं लगा मुझे,समझो जुड़ा प्रीत से नाता* 💦💦💦💦💦💦💦💦 *बरस रही घनघोर घटा जब पी की याद दिलाये* *तभी समझ ये उम्र मेरी अठरा  बीस  कहाए* 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 *फिर मुस्कान लिए हौले से बोली बरखा रानी****** *घनघोर जब मेघा छाये बरसाये पानी**  🌨️🌨️🌨️🌨️ *तब तू गजरा पहने,,, कर सोलह श्रंगार* *उमर चौबिस से तीस हुई है,, जिसमें बरसे प्यार* 🌈🌈🌈🌹🌹🌹🌹🌈  *घटाटोप बादल बारिश में हो जब गरम पकौड़े चाय* *उम्र हुई पैतालीस पचास तुझको समझ  में आए* 🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀 *रिमझिम रिमझिम बारिश में ठंडी लगे फुहार* *समझ साठ पैंसठ की होगई,, उम्र बढ़ गई यार* 🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻 *बोली बारिश कुछ इठला कर जब******** *मैं बरसू

vah re hamara mankapur

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वाह रे हमारा  मनकापुर💖💖💖💖💖💖💖💖 -----------------------------------+🌸-हम सब जो मनकापुर में  पहले रह चुके है,,, जो रह रहे है उनकी नजरों  से 🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸 Yaado ka sahar ...hamara मनकापुर💐💐💐💐💐वो सुबह की आपाधापी कम्पनी का हूटर👍🏻👍🏻👍🏻 वो रोजाना की खूबसूरत  शाम🌄, वो सब्जी मंडी  चौराहे   का जाम🚜🚙🚕🚗🚌🚲🚛🚔🚘🚍🚖 वो सेक्टर-1से सेक्टर-4 की हवा  वो  डॉक्टर चरन /मानसिंह/अरोड़ा/बिसेन की  दवा💊💊 वो Sarla Garment/गुप्ता सेल  🛍🛍  की शॉपिंग वो सब्जी मंडी की खरीददारी वो प्रेम चाट की टिक्की 🍮🍮 वो कचड़े घास  कालोनी की सफाई 🤓🤓🤓🤓🤓 वो  DAV KV सेंट माइकलschool  स्कूल की पढ़ाई😍😍😍😍वो मंगलभवन के दूध का पनीर मलाई👌🏻😤😤 वो पुष्पांजली  नारायन Sweets  की मिठाई🍨🍨 वो रूसे का समोसा🍕🍕 वो ठेले वाले के बताशे,लिट्टीचोखा🍥🍥 वो प्रोडक्सन-पीक का असर वो कम्पनी के घाटे मुनाफे की खबर😳😇🤔😊😄😱वो साँईं पूजा,मंगल,शनि की याद वो हनुमान मंदिर का प्रसाद 🙏�🙏�🙏�🙏�🙏�🙏�🙏वो सावन, शिवरात्री मे करोहनमान के सत्संग वो नवरात्रि में पाटनदेवी समयमैया के दर्शन🙏�🙏� वो क्लब का झूला,दशहरे क

MERA MANKAPUR

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नीले अम्बर के नीचे कुछ रीती कुछ भीगी सी यादों की इक रात हुई है कुछ खट्टी मीठी सी स्मृतियों की बरसात हुई है🌷🌷🌷🌷🌷 *अषाढ़ 12जुलाई 1986*🌷🌷🌷 एक साथ   सब आए संग साथ में ज्वाइन किया साथ साथ हास्टल पाये🏵️🏵️🏵️ *विजयश्री ज्योत्सना ,प्रीति विभा मंजू सविता*, *करुणा उषा आरती अंजना  अर्चना कविता* *अंजू माधवी मिनाक्षी ममता मधु रीता*, *रश्मि रुबाना पंकज पूर्ति ज्योति अनुपमा रविता* *शशि सपना मीरा वंदना उमा अनीता सुनीता* *उर्मिला निर्मला सुमन मंजू* *फूल सुनीति कुसुम दीपिका अंजू* 🤹‍♀️🤹‍♀️🤹‍♀️🤹‍♀️🤹‍♀️🤹‍♀️🤹‍♀️🤹‍♀️🤹‍♀️🤹‍♀️🤹‍♀️🤹‍♀️🤹‍♀️🤹‍♀️ आदि ढेरों संग सहेलीं थीं  आए थे सब अलग जगह से फिर भी नहीं  अकेली थीं  *मंशा मैडम अंजुम मैडम और गीता जी* *(राधा तृप्ति बीना रीता) जी*            हम सभी की संरक्षक थीं  ये सब हम सबकी मार्गदर्शक थीं  हर तरह ऊँच नीच समझाती थीं टीमलीड मेन्टोर का धर्म निभातीं थीं 💓💓मनकापुर था हमारा *मन का पुर*💗💗💗💗💗💗   जहाँ सौम्य सुरम्यता बसती थी दसों दिशा में उड़े खुश्बुएँ राज रौनकें करतीं थीं ♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️ कुछ दूरी पर था करखाना दस मिनट में जाते  लंच करते

BEST FRIENDS FOREVER

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[01/08, 15:49] 💐💐🕉💐💐: *कौन कहता है कि दोस्तों  में  लड़ाई है* *जरूर ये अफवाह किसी दुश्मन ने  उड़ाई है* 🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷 *भगवान भूल गए जिन्हें* *खून के रिश्तों में बाँधना* *उनके ही बीच उसने दोस्ती कराई है*  💐💐💐💐💐💐💐💐 *कर्जदार हैं उनके और वफादार समझिए*  *मुश्किलों साथ देकर दोस्ती निभाई है* 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 *इक शब्द दोस्ती है तुम्, मैं नही ""हम"" है* *हम दोस्त खास न हो पर* *दोस्त हमारे सभी परमाणु बम है* 🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️ *कुछ साल बाद जाने क्या समाँ होगा* *कब कौनबिछड़ेगा और कहाँ होगा* 💐💐💐💐💐💐💐💐 *कहाँ कौन मिल पायेगा यादें होगी साथ* *दोस्ती तो जिन्दगी केसाथ भी जिन्दगी केबाद*  💐💐💐💐💐💐💐💐 *साथ रहते यूँ ही वक़्त गुजर जायेगा,* *दूर होने के बाद बीताकल याद आयेगा,* *जी लो ये पल जब तक साथ है दोस्तों,* *कल क्या पता वक़्त कहाँ ले कर जायेगा*💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐 *मित्रता दिवस की बधाई*

Bachpan ki dadagiri

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*🏵️बचपन की दादागिरी🏵️* *चँदा उतरा आँगन में,, खुशियाँ हुई अपार* *गाँवभरे बजे बधावा, सारा कुल बलिहार* 🪘🪘🪘🎷🎷🎼🎼🎻 *खटिया मा लेटे2 वा,,,,,, ऐईसन हाथ नचावै* *मानो चंदा को पकड़े हैं,, चंदा छूट छूट भग जावै*  🎑🎇🎇🎇🎇🎇🎇 🌠 *पइयाँ पटके ,,नैयन मटके मंद हँसी संग किलकारी* *देख छवि अद्भुत बचपन की, सृष्टि  भी  बलिहारी* 🌈🌈🌈🌈🌈🌈🌈🌈 *चंदा इनकै मामा लागे,, बिलरी इनकी मौसी* *कौवा इनकै रोटी छीनै,, कुत्ते की ऐसी तैसी*  🐶🐶🐱🐱🦅🦅🐶🐶 *है अबोधता इतनी न जानै, ये को दुश्मन को है यार* *गइया और साँपन से भी राखैं रामजुहार*   🐂🐂🐄🐄🐍🐍🦂🦂 *नही फिकर कुछ खाय नहाय की* *जिसकी गरज नहाय खिवाये* *गन्दी निकर संभारे ,,,सगले घुम्मे* *जा की गरज  पड़े,, धुलावै* 🥳🥳🥳🥳🥳🥳🥳🥳     *ठुमक ठुनक कर पैइयाँ धारे डगमग गडमड चाल* *बड़े बड़ों का छक्के छूटैं ,जब रोवैं बेहाल* 😱😨😰😥🤩🤩🥵🥵 *बात पे अपनी जो अड़ जावैं, कौनूँ की न मानैं* *जूता फैकें, बालों नोचें,  सीधे भागें ,ठंडा तानैं* 😡😡🥶🥶🥵🥵🥵🥵 *जौ दादा, बप्पा संग खेलै तो पूरी इनकै गुन्डेबाजी* *जो बिगड़ गए बप्पा, दद्दा से तो कौनू  से न हो राजी*😭

bachpan

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*नींद भरी आँखों की पलक नहीं  झपकातेहैं*  *चल यादों की गठरी में बचपन बाँधे लाते हैं* 💗💗💗💗💗💗💗💗  *कुछ यादें बचपन की विस्मृत सी* *माँ बाबूजी के जेवर  है,*  *मोल  चुके न इस जीवन में* *चाल औ बोली उनकी एक धरोहर हैं*।।  🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻 *गोल गोल  नाच कर छैयाँ खेला करते थे*,, *ऊँच नीच और छुपम छुपाई गिप्पी फोड़ा करते थे*।। 💃💃💃💃💃💃🙅‍♂️🙅‍♂️ *सोनपरी और पकड़म पकड़ाई अपने खेल पुराने थे*, *कड़क्को और सिकड़ी गुट्टे सारे खेल सुहाने थे* ।। 💗💗💗💗💗💗💗💗 *रस्साकस्सी, खो खो, कबड्डी  सेहत तौला करतीं थीं*   *ताल तलैया, कच्ची अमिया रास्ता देखा करतीं थी* 🤼‍♀️🤼‍♀️🤼‍♀️🤼‍♀️🤼‍♀️🤼‍♀️🤼‍♀️🤼‍♀️ *फटे पुराने कपड़ों से गुड़िया गुड्डे बन जाते थे* *बिना कुंडली ,मुहर्त मिलाए शादी भी करवाते थे*।। 👩‍❤️‍👨👩‍❤️‍👨👩‍❤️‍👨👩‍❤️‍👨👩‍❤️‍👨👩‍❤️‍👨👩‍❤️‍👨👩‍❤️‍👨 *माँ की पुरानी साड़ी पहन डाक्टर, टीचर खेले थे* *न थे भारी बस्ते, कक्षा और गृह कार्य कोई न झमेले थे*।। 👔👔👔🩺🩺💊💊💉 *दीवाली के दिए हम बच्चों के तराजू बन जाते* *लैय्या खील बतासे तौले नीम गिलौरी आम बनाते*।। ⚖️⚖️⚖️⚖️⚖️⚖️⚖️⚖️  *एक दो र